Hindi Section | |
03 Aug 2011, NewAgeIslam.Com | |
क्या कुरआन और हदीस के मुताबिक महिलाएं पुरुषों से कमतर हैं | |
डाक्टर कौसर फ़ातिमा
मैं जब आलिम फाज़िल(मदरसा शिक्षा बोर्ड की डिग्रियां) की छात्रा थी तो मुझे अपने खुदा से बड़ी शिकायत थी। मेरी समझ में ये बात नहीं आती थी कि उसने हम औरतों को नाक़िसुल अक़्ल वद्दीन (दीन की निगाह में कमअक्ल) क्यों पैदा किया। हम पर व क़र्ना फी बयूतुकुन्ना के हवाले से हमेशा घरों में रहने की पाबंदी क्यों लगा दी? मुझे इस बात की भी शिकायत थी कि मर्दों को हमारे ऊपर क़व्वाम अर्थात हुक्मरान या इंचार्ज क्यों बनाया गया? अल-रेजालू अलैहिन्ना दरजःकह कर दुनिया के हर मर्द को चाहे वो नैतिक रूप से कितना ही भ्रष्ट क्यों न हो, हम औरतों पर उसे प्राथमिकता क्यों दी गयी?
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